राही मासूम रज़ा का साहित्य ( RAHI MASOOM RAZA )
Thursday, March 12, 2009
आजादी
जासूसों के गोल चले ले लेकर उजले दामन
राम की चीख सुनी तो फौरन धोखा खा गये लछमन
दिल के द्वार से निकली बाहर-सीता देखकर बाह्मन
आजादी की सीता को झटपट हर ले गया रावन
राम की हालत क्या कहिए क्या कहिए हालत लछमन की
सुनो भाइयो, सुनो भाइयो, कथा सुनो सत्तावन की
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