हम में का हरएक शख्स, हरएक दाग़ सहेगामैदान में कुछ कोई सुनेगा न कहेगा खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू कराने के िलए बधाई
हम में का हरएक शख्स, हरएक दाग़ सहेगा
ReplyDeleteमैदान में कुछ कोई सुनेगा न कहेगा
खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू कराने के िलए बधाई