Wednesday, October 29, 2008

प्यास और पानी - राही मासूम रजा


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2 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

ah!wah! aanand hee aa gya, diwali kee thakan utar gai, urja ka sanchar ho gya.
narayan narayan

शगुफ्ता नियाज़ said...

बहुत खूब .आप राही मासूम रजा पर दुर्लभ साहित्य दे रहे. राही पर शोध कार्य करने वालों को बडी मदद मिलेगी.